मन में तरंग लिए
एक नए सफर पर निकल पड़ी हूँ,
आँखों में उमंग लिए
अपनी पहचान बनाने चल पड़ी हूँ,
थी खुदसे बेगानी
अब खुद में आ मिली हूँ।
मन में तरंग लिए
एक नए सफर पर निकल पड़ी हूँ,
आँखों में उमंग लिए
अपनी पहचान बनाने चल पड़ी हूँ,
थी खुदसे बेगानी
अब खुद में आ मिली हूँ।